अरे , यो ! देखो , ये है तेरी लव स्टोरी ,
सुन ले तू विस्तार में ,
इक दिन वो तेरे ते दिखी ,
और तू भी उसे दिखा ,
छत -पत् पद गए प्यार में ,
पहली बार में घायल नज़र ,
नज़र के वार mein,
लव आया एयर में ,
दिल ये चौथे गियर में ,
कभी तुम न बिछड़ोगे ,
ये कसम – वसं लोगे ,
फिर टेंशन लाएगी पास में ,
वह ! वह ! दो बदन , सिंगल जान
वो जहाँ तू वहां
पीछे तू साये सा
चारे सी ऊपर वह , नीचे तू गाये सा ,
घर मगर लड़ेगा तू , भिड़ेगा तू
कमिट जो है करेगा तू ,
यहीं फसेगा तू , अब ! अब ! अब फसेगा तू ,
रस्मे बनाते हम , खुद को फसते हम ,
परमेसरा ओह परमेसरा ,
सोशल दरिंदे है , कहने को बन्दे हैं ,
परमेसरा ओह परमेसरा , परमेसरा !
गुलित -ों में शर्मान में
उलझे है धर्मों में ,
परमेसरा ओह परमेसरा ,
तू तोह परछोटाम है , दुनिया ही कंडम है ,
परमेसरा ओह परमेसरा , परमेसरा !
झूठे -झूठे सरे शो -ऑफ ’ों के मारे
ह्य्पोक्रिटिक बातें , पिछवाड़े पे लातें मारुं , मैं तुम्हारे ,
झूठे -झूठ सरे होता जो मैं खोता ,
जहाँ चाहे सोता ,
बैलों को न बोले कोई पाजी लूचा ,
नंगा -पुंगा भी वो चंगा ,
तेरे -मेरे पे ही लगे रहे ताले ,
तूने -मैंने डाले कपड़े हैं ,
साले , जग ले पगले उथले , भाग ले ,
मार्के लड़के , छोटी चढ़के ,
जिसके चाहे पीछे लग ’ले ,
अगली ढग ’ले , फेरों के फेरों में ,
क्यों फसा ,
साले रोमांटिक कन्फूसिओं में क्यों फसा ,
इनऑर्गेनिक ेकशन में क्यों फसा ,
टेडी -मेडी रस्मों से , बांधे ये कसमों से
बांधे ये तोह कोई तोह टूटेगा ,
भेड़ों से छूटेगा , बम्ब सा फूटेगा ,
सोशललय फसाइये नहीं मैं जो वही मुझे बनाइये ,
ये मुझसे धोखडा है , मीलॉर्ड ये मुझसइ धोखा है .
रस्में बनाते हम , खुद को फसते हम ,
परमेसरा ओह परमेसरा ,
सोशल दरिंदे हैं , कहने को बन्दे हैं ,
परमेसरा ओह परमेसरा , परमेसरा !
गुलित -ों में शर्मों में ,
उलझे हैं धर्मों में ,
परमेसरा ओह परमेसरा ,
तू तोह पुरषोतम है , दुनिया ही कंडम है ,
परमेसरा ओह परमेसरा , परमेसरा !.