Zinda Rap Lyrics - Nexus

 

Artist: Sense, Paul, Rahul & Nexus
Director: Uday Prakash
DOP: Chang
Editor: William Benjamin, Sachin Kawde & @rionicrony
Music by: Karan Kanchan
Mixed & Mastered by: Hanish Taneja

Lyrics

(Sense)

Maksad maksad nahi
Shikayat Hazar par sunega kon
Raavan ke marne pe Ram mahan
Pee Maut ka amrit aur katre ko kaat
Jazbaato ke tere nishaane pe than
Wajood tera safar mei milega
Mauka milega bardasht Tho kar
Jaan khatre mei daal
Murde ukhad Talve na chaat
Pehle the jungle jo aaj shehar
Jeene ki chaahat mei paayega darr
Yeh 2 tarfa khel panah ya maut
Ilaaka yeh mera katar yeh shabd
Samandar hai yeh tho naav yeh shabd
Agni sa jwala yeh ragho mei kayam hai
Bigdi halaato mei aakho mei kwaab
Khoon hi harami hai kon kya karega
Harkate dehshat mai marne tak ladega Pet pe laath tho rakth udega
Har pal yeh zakhm aur badega
Neech se neech bahut kamina mai
Sadiyo ka bhookha yeh pyaas na bujega
Girne pe utne ka maza hi aur
Waqt katl-e-am-Karega

Zinda

Abhi zinda hu main

Zinda

Abhi zinda hu main

(Paul)
Cheer daal aur saat me hisaab rakh
Aur fir sabki khabar khod
Yaad rakh talwaar se bhi tez
Anchui si koi raftaaar haaah!
Zor daal tu dimaak pe
Aur soch tu hai Kya
Tu hai kaha
Me zalzala
Me na Dara
Tu hai kaha
Me hu yaha

(Rahul)
Jeet hogi par kuch kho kar
Thokar khaye sab kuch ho kar
Jo kiya nhi ab jaa ke wo kar
Nahi karega tho Bann jayega Tu joker
Haah!
Shuruwat Hua haar se
Dhaar mere shabdh tere auzaaro se
Jal jayega mere choo jaanese
Chingari Jo nikla Hu aag se
Pareshaan tu ho Na kabhi
Kala hai tere bhi haatho me
Karle Wo Kala se kuch
Warna katora Hoga haatho me
Chalu josh me har waqt har jhagah
Leke chalta Hu hosh ko saat me
Paani Ke jaisa fisalta Hu
Na tikna kisi ke haat me

(Sense)
Me wo bala me wo kala
Haah!
Me woh Salah me har jagah
Haah!
Me behaya me befikar
Haah!
Me besabar me bekhabar

Me wo bala me wo kala
Me wo Salah me har jagah
Me behaya me befikar
Me besabar me bekhabar
Me zalzala Me zalzala
Sunn!!

Zinda

Abhi zinda hu main

Zinda

Abhi zinda hu main

(Sense)

मकसद मकसद नहीं
शिकायत हज़ार पर सुनेगा कोण
रावण के मरने पे राम महँ
पी मौत का अमृत और कतरे को काट
जज़्बातो के तेरे निशाने पे थान
वजूद तेरा सफर में मिलेगा
मौका मिलेगा बर्दाश्त थो कर
जान खतरे में दाल
मुर्दे उखड तलवे न चाट
पहले थे जंगल जो आज शहर
जीने की चाहत में पायेगा डर
यह 2 तरफ़ा खेल पनाह या मौत
इलाका यह मेरा क़तर यह शब्द
समंदर है यह थो नाव यह शब्द
अग्नि सा ज्वाला यह राघो में कायम है
बिगड़ी हालातो में आखो में ख्वाब
खून ही हरामी है कोण क्या करेगा
हरकते दहशत मई मरने तक लड़ेगा पेट पे लाठ थो रक्त उड़ेगा
हर पल यह ज़ख्म और बढ़ेगा
नीच से नीच बहुत कमीना मई
सदियों का भूखा यह प्यास न बजेगा
गिरने पे उतने का मज़ा ही और
वक़्त क़त्ल -इ -ऍम -करेगा

ज़िंदा

अभी ज़िंदा हु मैं

ज़िंदा

अभी ज़िंदा हु मैं

(Paul)
चीयर दाल और सात में हिसाब रख
और फिर सबकी खबर खोद
याद रख तलवार से भी तेज़
अनछुई सी कोई रफ़्तार हह !
ज़ोर दाल तू दिमाक पे
और सोच तू है क्या
तू है कहा
में ज़लज़ल ा

में न डरा
तू है कहा
में हु यहाँ

(Rahul)
जीत होगी पर कुछ खो कर
ठोकर खाये सब कुछ हो कर
जो किया नहीं अब जा के वो कर
नहीं करेगा थो बन्न जायेगा तू जोकर
हाह !
शुरुवात हुआ हार से
धार मेरे शब्द तेरे औज़ारो से
जल जायेगा मेरे को o जानेसे
चिंगारी जो निकला हु आग से
परेशान तू हो न कभी
कला है तेरे भी हाथो में
कार्ल इ वो कला से कुछ
वर्ण कटोरा होगा हाथो में
चालू जोश में हर वक़्त हर झगह
लेके चलता हु होश को सात में
पानी के जैसा फिसलता हु
न टिकना किसी के हाट में

(Sense)
में वो बाला में वो कला
हाह !
में वह सलाह में हर जगह
हाह !
में बेहया में बेफिक्र
हाह !
मइ बेसबर में बेखबर

में वो बाला में वो कला
में वो सलाह में हर जगह
में बेहया में बेफिक्र
में बेसबा र में बेखबर
में ज़लज़ला में ज़लज़ला
सुन्न ! !

ज़िंदा

अभी ज़िंदा हु मैं

ज़िंदा

अभी ज़िंदा हु मैं

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